Published On : July 13, 2021
सोमवार मजदूर यूनियन के ऑफिस में मजदूरों के द्वारा फादर स्टेन स्वामी की मौत पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस सभा में स्टेन स्वामी को श्रद्धांजलि देते हुए केंद्र सरकार के क्रूर व्यवहार की भी बहुत आलोचना की गई। सभा का आयोजन एटक कार्यालय शफीक भवन हिन्दपीढी में एटक के महासचिव पी के गांगूली की अध्यक्षता में शुरू किया गया।
झारखंड में बिरसा मुंडा के बाद प्रशासनिक कार्यवाही की वजह से यह दूसरी मौत
सभा के दौरान बताया गया कि झारखंड में यह दुसरी घटना है। इससे पहले ब्रिटिश हुकूमत ने बिरसा मुण्डा को जेल में डालकर हत्या कर दी थी। वर्तमान में फासीवाद सरकार अदिवासी वंचित समुदाय के हक मानवाधिकार की अधिकार की रक्षा करने वाले शहीद फादर स्टेन स्वामी की भी संस्था हत्या कर दी। कोविड के इस दौर में पूरी दुनिया महामारी की चपेट में है। केन्द्र सरकार अवसर तलाशते हुए मजदूरों और किसानों के कानूनों में लॉकडाउन के समय बिना कैबिनेट के सहमति लिए फेरबदल कर दिए इससे गांव,शहर में काम करने वाले मजदूरों व किसानों कानून के विरुद्ध असहमित जताते हुए आंदोलनरत्त हो गये।
न तो एनआईए सबूत जुटा सकी और न उन्हें बेल मिली
आंदोलनों के बढ़ते दायरे से केन्द्र की फासीवाद सरकार काले कानून बना कर आंदोलन कर रहें लोगों को निशाना बनाकर जेल में डाल रहें हैं। बताया गया कि स्टेन स्वामी को 9 महिने जेल में रख के बाद भी एन आई ए की टीम सबुत जमा नहीं कर सकीं। बिना कारण के स्टेन स्वामी को जेल में रखा गया। कोविड में जनसुविधाओं से वंचित रखा गया। 4 बार अस्वस्थ होने के लिए बेल अर्जी लगाई उन्हें बेल नहीं दिया गया।
स्टेन स्वामी की संस्थानिक हत्या हुई है
एटक के अशोक यादव सी सी एल ने कहा पुरी दुनिया बोल रही है स्टेन स्वामी की संस्थानिक हत्या कर दी गयी। वो मजदूरों, किसानों के आंदोलन के साथ है। लॉकडाउन के दौर में मजदूरों रोजगार, घर वापसी के समय घर में रह कर प्रदर्शन कर देश को जगाए। एक बुजुर्ग को इस तरह का प्रताडऩा को लोकतंत्र पर विश्वास करने वाले लोग स्वीकार नहीं करेगें। स्टैन स्वामी को न्याय देना होगा। वहीं,
भूनेश्वर केवट AICCTU केन्द्र ने कहा कि फर्जी केस लगाकर केन्द्र के सरकार यूएपीए कानून लाकर मजदूर किसानों के अगुआ को जेल में डाल कर हत्या कर रहीं है।
इस दौरान सभा में शामिल सदस्यों ने केंद्र सरकार के समक्ष निम्नलिखित मांगे रखी:
केन्द्र सरकार यूए पी ए , मजदूर कोड और किसान विरोधी काले कानून अविलम्ब रद्द करें
फर्जी मुकदमा करना बंद करें
बुजुर्गों को जेल में स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराओं
फादर स्टैन स्वामी को की हत्या का न्यायिक व स्वतंत्र जांच एजेंसी से जांच करा कर सच को जनता के सामने लाना होगा।
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